रूस-यूक्रेन युद्ध: एक साल से अधिक होने के बाद भी रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष का नाम नहीं लिया जा रहा है। भले ही युद्ध के कारण दोनों देशों को भारी नुकसान उठाना पड़ा हो, लेकिन कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है। यह युद्ध अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। मानदंड ने दावा किया है कि ऐसा इसलिए क्योंकि अगर वो यूक्रेन को हरा नहीं पाते हैं तो उन्हें मजबूरन इस्तीफा देना स्वीकार करेंगे।
दरअसल, पिछले साल फरवरी में जब यह युद्ध शुरू हुआ था तब तमाम रेटिंग ने अनुमान लगाया था कि रूस के सामने यूक्रेन बहुत देर तक टिक नहीं पाएगा, लेकिन यूक्रेन ने इन बातों को गलत साबित किया। इस कारण से अब राष्ट्रपति राष्ट्रपति की सत्ता पर सवाल उठाया जाने लगा है। युद्ध के कारणों को देखते हुए रूस के एक पूर्व राजनयिक ने बड़े बयान दिए हैं। उनका कहना है कि अगर अपना शिकार पर युद्ध जीतने में नाकाम रहते हैं, तो आने वाले समय में वह इस्तीफा देने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
हो सकता है कोई पोस्टर नहीं
पिछले साल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू होने पर सार्वजनिक रूप से इस्तीफा देने वाले बोरिस बोंडारेव ने ‘न्यूज़वीक’ को बताया है कि इसका बदला लिया जा सकता है। वे रूस के राष्ट्रपति नहीं हैं। उनके पास कोई सुपरपाव नहीं हैं। वह एक मामूली तानाशाह हैं। दरअसल बोरिस बोंडारेव जिनेवा रूस के डिप्लोमैटिक मिशन में आर्म्स कंट्रोल के जानकारों से काम करते थे।
उन्होंने कहा कि अगर साझा युद्ध हार जाते हैं, तो वे अपने अनासी लोगों को पूरा नहीं करेंगे। उनकी उम्मीद पर खरा नहीं उतरेगा, ऐसे में उन्हें मज़बूरी में यह कदम उठाना पड़ेगा। उन्होंने आगे उदाहरण देते हुए कहा कि अगर हम इतिहास पर नज़र दौड़ाते हैं, तो हम देखते हैं कि इस तरह के तानाशाह ज़ब्त-वक्त पर बदले जा रहे हैं।