डिओगो अल्वेस कौन थे: यूरोप के सबसे खतरनाक अपराधी डिओगो ऐल्वेस का कटा हुआ सर देखकर आज आप भी सिहर उठेगें। उसकी आंख खुली देखकर कोई भी इंसान डर जाएगा। मरने के 180 साल बाद भी उसकी आंखें आज भी ठीक वैसी ही दिखती हैं। उसके कटे हुए सर को एक गिलास के जार में सरंक्षित करके रखा गया है। पूर्णगाल में सबसे अधिक खून करने वाले इस शख्स को फांसी की सजा दी गई थी। इसके बाद उसके सर को काट कर सरंक्षित रखा गया। ऐल्वेस को ‘द एक्वाडक्ट मर्डरर’ के नाम से भी जाना जाता था।
पुल को ही बनाया क्राइम का अड्डा
दरअसल ऐल्वेस ने एक पुल को क्राइम करने का अड्डा बनाया था। वह गांव से शहर को जोड़ने वाला पुल पर छिप कर बैठा रहता था। वह वहां से आने वाले किसानों को पहले लूटता था। बाद में वह पुल से धक्का देकर नीचे पानी में गिरा।
कानून को फांसी की सजा सुनाई गई थी
ऐल्वेस का यह पैंतरा काफी दिनों तक हो सकता है क्योंकि लोगों की मृत्यु स्वयंकुशी लगती थी। इसे पूरे यूरोप का सबसे शातिर और खूंखार कातिल माना जाता है। 70 हत्याएं करने के बाद वह कानून की गिरफ्त में आया और उसे फांसी की सजा दी गई।
यह पुर्तगाल के पहले सीरियल किलर डियोगो अल्वेस का सरगना है, जिसने 19वीं सदी में 70 लोगों की हत्या की थी। उसका सिर काट दिया गया था, फिर 1841 में वापस एक जार में संरक्षित किया गया था और तब से लिस्बन विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के लिए रखा गया है। pic.twitter.com/gV7hDW6wpF
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– डब्ल्यूटीएफ तथ्य (@mrwtffacts) 11 मई, 2022
लिस्बन विश्वविद्यालय में सिर रखा गया है
इस खूंखार अपराधी का सिर अभी एक कांच के जार में फॉर्मलडिहाइड के साथ रखा गया है। इसका सिर लिस्बन विश्वविद्यालय में अनुसंधान के लिए रखा गया है। वैज्ञानिक इसका दिमाग पढ़ना चाहते हैं. उनका मानना है कि ऐसा करने से कई चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं।
फ्रिनोलॉजी का दौर चला था
आपको बता दें कि एक समय में यूरोप में किसी के दिमाग को सीखने में क्रेज हुआ था। वैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ ऐसी चीजें बाहर आ सकती हैं। यूरोप में इस शिक्षा को फ्रिनोलॉजी कहते हैं।