इमरान खान फायरिंग: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जानलेवा हमले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। हमलों की जांच कर रही ज्वाइंट जांच टीम ने मंगलवार को कहा कि खान पर चार अलग-अलग जगहों से फायरिंग हुई थी। वहीं इस हमले में गिरफ्तार संदिग्धों के अलावा अन्य शूटर भी शामिल थे।
इमरान खान तह पाकिस्तानी-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष हैं, जिनपर बीते 3 नवंबर को दांए में पैर से मार दी गई थी। खान इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गए थे। इमरान खान पर यह जानलेवा हमला तब हुआ जब वह लाहौर के पास वजीराबाद के पास मध्यावधि चुनाव के लिए दबाव बनाने के लिए एक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। डॉन अखबार ने ज्वाइंट जांच टीम के एक बार का हवाला देते हुए बताया है कि संदिग्ध नवीद मेहर के दागी गोली के अलावा तीन और निशानेबाजों द्वारा चेतावनी दी गई थी।
पीटीआइ के अभ्यर्थी के दाखिले
ज्वाइंट जांच टीम (जेआईटी) ने हमले के समय में मौजूद सुरक्षा जोखिम और पीटीआई के आवेदन के जमा दर्ज किए हैं। वहीं, लाहौर के पुलिस प्रमुख महमूद डोगर के नेतत्व वाले जेआईटी ने कहा कि विरोध रैली के दौरान इमरान खान को कंटेनर पर लगे ट्रक में तीन गोलियां लगी थीं। इस महले में कुल मिलाकर 13 लोगों को गोली लगी थी। इसके अलावा जेआईटी ने इमरान खान की रैली में खराब सुरक्षा व्यवस्था के संकेत दिए हैं।
पहले आसानी से मुझ पर हमला होगा- इमरान
हमले में इमरान के दोनों पैरों में गोलियां लगी थीं। इसके बाद उन्हें लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमलों के एक दिन बाद इमरान खान ने कहा था कि उन्हें पहले आसानी से हमला किया जा सकता था। जानलेवा हमले के बाद इमरान खान ने कहा था, ”रैली में जाने से एक दिन पहले मैं जानता था कि मेरे खिलाफ वजीराबाद या गुजरात में हत्या की साजिश रची जा रही थी.”
4 नवंबर को इमरान खान कहा था कि पाकिस्तान में अब सत्ता बदलनी चाहिए, चाहे यह काम के तरीके से बदले या क्रांति से। उन्होंने 1970 की ईरानी क्रांति और श्रीलंका के विरोध प्रदर्शन का हवाला देते हुए यह बात कही थी।