चीन कोरोनावायरस: चीन में कोरोना के हाहाकार के बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां युवा खुद को कोरोना दिखा रहे हैं। दरअसल, चीन की एक बड़ी आबादी ऐसी है जिसे वैक्सीन ही नहीं मिली है। ऐसे में अब चीन में कई संदेशों को लगा कि अगर वे एक बार में सीधे हो गए तो उनमें से एंटीबॉडी बन जाएंगे, जिससे वे वापस लौटकर संक्रमण से बच जाएंगे। यही कारण है कि वे खुद को पहचान रहे हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शंघाई में 27 साल के एक कंप्यूटर कोडर ने बताया कि वह खुद को वायरस के संपर्क में लाया है क्योंकि उसे लगता है कि वह ठीक हो जाएगा और फिर अपनी तस्वीरों के समय पर कोरोना पोजेटिव नहीं होगा। कोडर ने कहा कि उसे वैक्सीन नहीं लगी है। कोरोना के कारण वह अपनी योजना नहीं पाना चाहता है। उसका कहना था कि एक बार दिखने पर वह जल्द ही रिकवर हो जाएगा और वापस नहीं आएगा।
COVID दोस्त से मिलने गई महिला
शंघाई की 26 साल की एक महिला ने बीबीसी को बताया कि वह अपने दोस्त से मिलने गई थी जो कि कोविड का दावा किया है ताकि कोरोना पहचान बन जाए। उन्होंने बताया कि रिकवरी होने में काफी समय और रिकवर होना मुश्किल था। उसने कहा कि यह सर्दी लगना जैसा है लेकिन बहुत ज्यादा खतरनाक था।
लोगों में कोरोना का डर कम हो रहा है
इसके साथ ही उत्तरी ज़ेजियांग प्रांत के जियाक्सिंग में रहने वाली 29 साल की एक महिला ने बताया कि वह छत से खुश है। उनका कहना है कि वह एक बार फिर चीन के दूसरे क्षेत्र में यात्रा करना चाहते हैं। उसने कहा कि वह कोरोना से डरती नहीं है लेकिन एक साथ सब बीमार पड़ रहे हैं, ये नहीं चाहती है।
चीन में कोरोना की स्थिति
चीन में कोरोना वायरस से सिनिस्टर हैं। असंबद्धता में है और न ही श्मशान में। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की साप्ताहिक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में एक हफ्ते में कोरोना के नए मामले करीब 50 फीसदी सामने आए हैं। रिपोर्ट बताती है कि 26 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच कोरोना के 2.18 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
ये भी पढ़ें: