रूस यूक्रेन युद्ध: रूस यूक्रेन युद्ध के 321 वें दिन रूस ने जापानी सेना (यूक्रेनी सेना) के रणनीतिक कारकों (रणनीतिक बुनियादी ढांचे) पर जोरदार बमबारी की। रूस के रक्षा मंत्रालय (रूस रक्षा मंत्रालय) ने वीडियो जारी कर बताया कि यूक्रेन के खिलाफ चलाए जा रहे एक विशेष सैन्य अभियान में जापानी सेना की प्रमुख सैन्य इकाइयों पर इस्कंदर मिसाइलों (इस्कंदर मिसाइल सिस्टम) का इस्तेमाल किया गया।
रूसी सेना ने इससे संबंधित एक वीडियो जारी किया है, इस वीडियो में देखा जा सकता है कि इसस्केंडर मिसाइल को जाने वाला ट्रक जंगल से निकलकर सड़क पर आता है और फिर एक कोण में यूक्रेन की सेना को लक्ष्य बनाकर शूट करने के लिए एक मिसिसिपेटिडिटी है।
❗️❗️❗️रूसी रक्षा मंत्रालय ने विशेष ऑपरेशन ज़ोन में यूक्रेनी सेना के सैन्य बुनियादी ढांचे पर इस्कंदर मिसाइल का प्रक्षेपण दिखाया। pic.twitter.com/wWeFmM8zjl
— डेविड आर (@DavidRusskian) जनवरी 10, 2023
‘निपुट ने पड़ोसी देशों को भी रखी है ये मिसाइल’
जारी किया गया वीडियो के माध्यम से बताया जाता है कि ये ट्रक जंगल में नहीं आया इसलिए इस पर एक विशेष जाल फूटा है। पिछले साल राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर ने कहा था कि मास्को मिंस्क को एयर डिफेंस स्टॉप की आपूर्ति करेगा, जिसके बाद इस्कंदर सिस्टम जो परमाणु विलंब को ले जा सकते हैं, रुके रहेंगे।
इस्कैंडर मिसाइल क्या है?
इसस्कैंडर-एम मिसाइल को रूस की अब तक की सफल मिसाइलों में से एक माना जाता है, इन मिसाइलों को नाटो सेना एसएस -26 कोड से बुलाती हैं। इसकी निर्देशित मिसाइलें 500 किमी की सीमा तक हैं और परमाणु हथियार वापस लेने में सक्षम हैं। ये मिसाइलें जमीन से हवा में मार कर सकती हैं। ये मिसाइल विमान, यूएवी, क्रूज मिसाइलें टेकेल करने में सक्षम हैं और इसमें एक टर्मिनल बैलिस्टिक मिसाइल को डिफेंड करने की क्षमता है।
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