माइक्रोसॉफ्ट जॉब कट्स: दुनिया की सबसे बड़ी क्लीन्ज़र कंपनी Microsoft कॉर्पोरेट्स (Microsoft Corp) एक बार फिर चर्चा में है। कंपनी ने अपने 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है। कंपनी ने कर्मचारियों को निकालने की वजह के पीछे का कारण कपंनी की तंगहाल को स्थिति बताई है।
रॉयटर्स ने माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प) में नौकरी के लिए शॉट की जानकारी दी। कंपनी की ओर से बुधवार (18 जनवरी, 2023) को कहा गया कि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के अंत तक वह 10 हजार नौकरियों में चयन करेंगे।
मनीकंट्रोल में मॉर्निंग स्टार के विश्लेषक डैन रोमानॉफ के निशाने पर छपी एक खबर में लिखा है कि माइक्रोसॉफ्ट में छंटनियों का एक और दौर यह बता रहा है कि हालात अभी ठीक होने के बजाय अब और बिगड़ रहे हैं। Microsoft अपने एचआर विभाग से 1/3 लोगों को बाहर कर सकता है।
ब्लूमबर्ग का कहना है कि इस बार का खींचाव पिछले कई सालों में सबसे बड़ा होगा। कंपनी के पास 30 जून 2022 तक कुल 2,21,000 का वर्किंग स्ट्रेंथ था। इसमें से 1,22,000 लोग अमेरिका में और बाकी 99,000 अन्य देशों में प्रतिबंधित थे।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने कुछ समय पहले ही इस बात के संकेत दिए थे कि कंपनी के कामकाज में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सत्या नडेला ने कहा था कि ग्लोबल चैलेंज के सामने माइक्रोसॉफ्ट अप्रभावित नहीं रह सकता है और आने वाले दो साल की कंपनी के लिए शायद सबसे मुश्किल जगह हैं।
दरअसल हाल के दिनों में दुनिया भर में छाई हुई मंदी के बाद बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां अपनी भावनाओं में खिंचाव का दौर चला रही हैं। कर्मचारियों के लिए माहौल खराब है और उनकी नौकरी पर संकट बना हुआ है। खराब होते ग्लोबल आउटलुक को देखते हुए अमेरिका की बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां जैसे अमेजन, मेटा ने भी खींचा है और इस कड़ी में माइक्रोसॉफ्ट का नाम भी जुड़ गया है।
माइक्रोसॉफ्ट के पास कुल 2 लाख 21 हजार फुल टाइम एंप्लाइज हैं और इनमें से 1 लाख 22 हजार कर्मचारी केवल अमेरिका में काम करते हैं। 30 जून 2022 को कंपनी की फाइलिंग के मुताबिक करीब 99,000 एंप्लाइज इंटरनेशनल तौर पर काम में लगे हैं।