गणतंत्र दिवस 2023 परेड में असम राइफल्स की टुकड़ी: 26 जनवरी को राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस (गणतंत्र दिवस 2023) समारोह में कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान भारत के सबसे पुराने अर्धसैनिक बल असम राइफल्स (असम राइफल्स) की लैंगिक समानता (लिंग समानता) का संदेश प्रदर्शित करेगा। 2019 में असम राइफल्स ने इतिहास रचा था, तब रिपब्लिक डे परेड में इस पैरामिलिट्री फोर्स की सभी महिला सैनिक शामिल थीं।
असम राइफल्स की ओर से बुधवार (25 जनवरी) को जानकारी दी गई कि उसके जीन में 144 सदस्य शामिल होंगे, जिनमें से कुछ राइफलमैन और आधी राइफल वीमेन शामिल होंगे। ऑयन के साथ असम राइफल्स मिलिट्री बैंड की धुन गूजेगी।
असम राइफल्स ने अपनी मां को लेकर दी ये जानकारी
असम राइफल्स की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ओयन का नेतृत्व कैप्टन ऐक्सिस होगा। प्रतिबंध में हटाए गए सैनिक हिस्सा ले रहे हैं, जो विविधता में एकता के संदेश को निर्दिष्ट करता है। बयानों में कहा गया है कि असम राइफल्स के पुरुष और महिलाएं मिश्रित कंधे से कंधा मिलाकर मार्च में शामिल हैं, जो सभी के लिए समान अवसर के संदेश का प्रतीक है।
‘ये गर्व की बात है’
इडिंयन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर मार्च करने वाली 144 चार्ट की मिश्रित मिश्रित मैदान में उठना असम राइफल्स के लिए गर्व की बात है। अधिकारियों ने कहा, “इसमें 72 राइफलमैन और 72 राइफलवीमेन शामिल हैं, जो सभी के लिए गर्व की बात है।”
2015 में पहली बार असम राइफल्स का हिस्सा बनी महिलाएं
187 साल पुरानी असम राइफल्स में पहली बार 2015 में महिलाएं शामिल हुई थीं। तब से वे समकक्ष पुरुष संकेतों के साथ भूत, जम्मू-कश्मीर या संयुक्त राष्ट्र के मिशन सहित फ्रंट लाइन ड्यूटी पर लगे रहते हैं।
बता दें कि मार्च पास्ट में मार्च पास्ट करने वालों में कुल 16 टुकड़े और राज्यों और मंत्रालयों-विभागों की 23 विस्तृतियां शामिल होंगी। नौसेना और कुछ राज्यों की सीमाएँ नारी शक्ति संबंधित विषयों का संदेश देंगी।
समारोह देखने पहुंच सकते हैं बड़े दर्शक
इस बार गणतंत्र दिवस परेड को देखने के लिए 45 हजार दर्शक पहुंच सकते हैं। कोरोनाकाल से पहले दर्शकों की संख्या एक लाख से ज्यादा तक दर्ज की जा सकती है। समारोह में शामिल होने वाले रिकॉर्ड और दर्शकों के लिए इस बार से ई-टिकट की सुविधा शुरू की गई है।
74वें गणतंत्र दिवस के लिए सप्ताह भर चलने वाला समारोह सोमवार (23 जनवरी) से शुरू हुआ था और 30 जनवरी को शहीद दिवस के साथ इसका समापन होगा।