ईरान इराक संबंध: दुनिया के दो बड़े इस्लामिक मुल्क ईरान और सऊदी अरब अपने रिश्तों की दुश्मनी को बांधकर अपने राजयनिक संबंधों को बहाल कर रहे हैं। दोनों एक-दूजे के यहां जल्द अंबेसी खोलेंगे। उनके आपसी समझौते को दुनिया में शांति-स्थपित करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। इस बीच ईरान ने एक और इस्लामिक मुल्क से सुरक्षा-सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
ईरान की राष्ट्रीय सर्वोच्च सुरक्षा परिषद (SNSC) के सचिव अली शामखानी पिछले रोज़ (रविवार, 19 मार्च को) इराक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कासिम अल-अराजी से मिले, जहां दोनों ने बगदाद में सुरक्षा सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। वहीं, एक समारोह में इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल सुदानी ने भी हिस्सा लिया था।
तफसील अल-अमनी अल-मशट्रेक अल-एबरम बेन अल-अराक वैरान, बिरसाइस राहीस मैगलस अल वज़रा अल-सयद मोहम्मद शायद अल-सौदा।#अल्लाहकौम_आलعراقية pic.twitter.com/ANUZMe2oHb
– इराक सरकार – الحكومة العراقية (@IraqiGovt) 19 मार्च, 2023
ईरान की न्यूज एजेंसी IRNA की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके यहां की हुकुमत ने ईरानी हुकूमत के साथ आपसी सुरक्षा-व्यावथा मजबूत करने के लिए सुरक्षा-सहयोग समझौता किया है। पिछले महीनों में तैयार किए गए इस समझौते में अर्ध-स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र में स्थित ईरान-विरोधी लक्ष्य शत्रुतापूर्ण कारवाइयों द्वारा संपत्ति सुरक्षा जोखिम से निपटारा और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। एसएनएससी के प्रमुख के बारे में कहा गया है कि दोनों मुल्कों की साझी सीमा से सटे क्षेत्रों में कोई भी तनाव और संकट उनकी सुरक्षा-शांति व्यवस्था को कमजोर करेगा और दोनों के सीमावर्ती शहरों के विकास में बाधा बनेगा। ऐसे में ये दोनों मुल्क सुरक्षा-सहयोग समझौते किए हैं। इसके तहत आंतरिक या बाहरी तनाव पैदा करने वालों के खिलाफ सांख्त ऐक्शन लिया जाएगा।
‘सैन्य और इंटेलीजेंस को दूर किया जाना चाहिए’
एसएनएससी के प्रमुख ने कहा कि इराक में स्थित अमेरिकी सेना के साथ-साथ ईरान-विरोधी सशस्त्र कार्गो और घायल सैनिकों को सैन्य और सतर्कता को दूर करने की आवश्यकता है। वहीं, इराक की हुकूमत ने आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने की बात कही। इराकी प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल सुदानी ने कहा, इराक की हुकुमत और आवाम हमेशा अपने ईरानी भाइयों के समर्थन और सहायता की योग्यता करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बगदाद और तेहरान के बीच समझौते पर हस्ताक्षर ने संकेत दिया है कि ईरानी और इराकी अधिकारी दोनों मुल्कों की एकता है।
‘इराक अपनी ज़मीन को मारेगा ईरान के ख़िलाफ़ इस्तेमाल नहीं होगा’
इराक के प्रधान मंत्री ने कहा कि हुकुमत किसी भी पक्ष को ईरान की सुरक्षा से समझौता करने के लिए अपनी जमीन का उपयोग करने की अनुमति नहीं देगा। बताएं कि ईरान और ईरान के विषय एक-दूजे से लगते हैं। दोनों के बीच एक समय कड़वाहट इतनी ज्यादा हो गई थी कि उनका हुकूमत एक-दूजे को फूटी आंख नहीं सुहाती थी। हालांकि, अब इन दोनों के बीच संबंध गाढ़े हो रहे हैं।
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