आटे की कमी पर पाकिस्तान का विरोध: पाकिस्तान में आर्थिक बदहाली की स्थिति धीरे-धीरे और गंभीर हो रही है। देश में व्यापक चरम पर है और लोगों की अधिकारिता काफी कम हो गई है। इस बीच देश में अल्पसंख्यक की भारी किल्लत (पाकिस्तान में आटे की कमी) है। ऐसी स्थिति बनने पर कई सियासी जाम को लेकर आम लोगों के बीच काफी हद तक है। अल्पसंख्यक की मार और चमक (पाकिस्तान महंगाई) के खिलाफ पाकिस्तान के कई राजनीतिक दलों ने विरोध जताया है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान (पाकिस्तान) के कई सियासी दलों के आरक्षण ने सरकार से जापानियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की।
अनियमित की किल्लत के खिलाफ प्रदर्शन
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी-शहीद भुट्टो (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी-शहीद भुट्टो), सिंध तारकी-पासंद पार्टी (सिंध तारकी-पासंद पार्टी) और तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान) के मामले में शुक्रवार (13 जनवरी) स्काई फिशिंग और त्रुटियों की खामियों के खिलाफ अलग-अलग प्रदर्शन किए। डॉन की खबर के मुताबिक, लरकाना में एक स्थानीय प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया गया।
क्षेद्र और क्षेद्र की किल्लत पर चिंता
उशिया उलेमा परिषद और सिंध तार की पासंद पार्टी के नामांकन ने आवंटन और प्रेस क्लब पर प्रदर्शन किया। जिले में चल रही समझौते की किल्लत (पाकिस्तान में आटे की कमी) को लेकर साझेदारों ने चिंता जताई। नेताओं ने जोर देकर कहा कि भारी मांग को पूरा करने के लिए कम कीमत के लिए अनुबंध की आपूर्ति के लिए कुछ आउटलेट पर्याप्त नहीं थे।
जामखोरों पर कार्रवाई की मांग
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान (पाकिस्तान) में शिया उलेमा काउंसिल और सिंध तार की पासंद पार्टी के दाखिले ने शाहबाज सरकार (शेहबाज शरीफ सरकार) से सागरखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। ये आरोप है कि कुछ लोग बहुत अधिक धोखा देने वाले लोगों को धोखा दे रहे हैं। उन्होंने सभी दुकानों पर 65 रुपये के नियंत्रक मूल्य पर आटा की अनिश्चितता सुनिश्चित करने के निर्णय को लागू करने को समय की आवश्यकता बताई है।
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