बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन: कोरोना का नया वैरिएंट चीन, जापान और हांगकांग समेत अमेरिका में कहर लौटा रहा है। भारत में कोरोना की संभावना को देखते हुए भारत सरकार ने सबसे पहले जरूरी सुरक्षा कदम उठाने शुरू किए थे। इस बीच कोरोना वायरस एक मजबूत लड़ाई में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने मोदी सरकार की आकांक्षा की है।
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सीईओ मार्क सुजमैन ने उम्मीद जताते हुए कहा, ”कोरोना संकट के खिलाफ भारत की लड़ाई ने एस सकारात्मक वैश्विक उदाहरण पेश किया है।” उनकी धारणाओं में आगे कहा गया है कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई अन्य के लिए एक मॉडल हो सकता है कि देश ने इतने बड़े स्तर पर टीकों का निर्माण कैसे किया और उन लोगों तक कैसे पहुंचा जाए।
मदद करने पर गर्व- मार्क सुजमैन
मार्क सुजमैन ने कहा, “हमें भारत की सरकार के साथ काम करने, सीरम इंस्टीट्यू ऑफ इंडिया जैसे भागीदारों के साथ काम करने और उनकी मदद करने पर गर्व है। हमने कुछ वैक्सीन को बनाने में उनकी मदद की है, वहीं कुछ वैक्सीन को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचने में मदद की.”
‘उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में करीब से काम’
समाचार एजेंसी एनी से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में हमने काफी करीब से काम किया। वहां पर कोरोना को लेकर हमारी प्रतिक्रिया वास्तव में एक मॉडल की तरह है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि जो ढांचा तैयार किया गया है उसमें स्वास्थ्य सेवाओं के अन्य रूपों के काफी सारे सकारात्मक परिणाम होंगे।
चूंकि महामारी से दुनिया भर में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, इसलिए यह पूछा गया कि कोरोना और बाद में फाउंडेशन को किसी एक हिस्से का सामना करना पड़ा, पर मार्क सुजमैन ने कहा, “जहां दुनिया पर कोविड का विनाशकारी प्रभाव पड़ा है।” उन्होंने कहा, ”कोरोना का सिर्फ बीमारी के तौर पर असर पड़ा है, बल्कि इसका आर्थिक तौर पर और लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ा है। इसे देखकर मुझे लगता है कि विकासशील देशों की एक तीसरी दुनिया में आर्थिक मंदी आ सकती है।”
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